CPR देकर ट्रेन यात्री को बचाने वाले TTE पर उठने लगे सवाल! लोगों से रेलवे से कही ये बात
इंडियन रेलवे ने एक वीडियो शेयर किया था। इस वीडियो में नजर आया कि एक टीटीई ने एक बुजुर्ग यात्री की जान सीपीआर देकर बचाई। इस वीडियो के सामने आने के बाद लोगों ने टीटीई की सराहना की। हालांकि अब इस वीडियो पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। कुछ सोशल मीडिया यूजर्स ने कहा कि ये वीडियो भ्रामक है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। TTE Viral Video: सोशल मीडिया पर एक वीडियो इन दिनों तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में एक ट्रैवलिंग टिकट परीक्षक (टीटीई) ने यात्रा कर रहे एक 70 से बुजुर्ग की जान बचाई। यात्रा के दौरान बुजुर्ग की तबीयत खराब हो गई। इस दौरान टीटीई ने सीपीआर देकर शख्स की जान बचाई।
दरअसल, ये पूरा मामला ट्रेन संख्या 15708, आम्रपाली एक्सप्रेस के जनरल कोच का बताया जा रहा है। वीडियो को रेल मंत्रालय ने साझा किया है। जिसमें देखा जा सकता है कैसे टीटीई यात्री को सीपीआर देते दिखाई दे रहे हैं।
टीईटी के त्वरित एक्शन के कारण यात्री की जान को बचा लिया गया। बाद में बिहार के छपरा के रेलवे स्टेशन से अस्पताल ले जाया गया।
रेलवे ने वीडियो किया शेयर
इस वीडियो को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर रेलवे ने शेयर किया और लिखा, "टीटीई की तत्परता ने दी 'जिंदगी'। ट्रेन संख्या 15708 'आम्रपाली एक्सप्रेस' के जनरल कोच में यात्रा करते समय 70 वर्षीय यात्री को दिल का दौरा पड़ा। वहां तैनात टीटीई ने तुरंत सीपीआर देकर यात्री की जान बचाई। इसके बाद यात्री को छपरा रेलवे स्टेशन स्थित अस्पताल भेजा गया।"
टीटीई की तत्परता से मिला ‘जीवनदान’
— Ministry of Railways (@RailMinIndia) November 23, 2024
ट्रेन संख्या 15708 'आम्रपाली एक्सप्रेस' के जनरल कोच में सफ़र के दौरान 70 वर्षीय एक यात्री को हार्ट अटैक आने पर तैनात टीटीई ने बिना समय गंवाए CPR दिया और यात्री की जान बचाई। तत्पश्चात छपरा रेलवे स्टेशन पर यात्री को अस्पताल भेज दिया गया। pic.twitter.com/vxqsTEkir7
वीडियो पर उठे सवाल
इस वीडियो ने सोशल मीडिया यूजर्स के बीच एक नई बहस छेड़ दी है। कुछ यूजर्स टीटीई की सोच और तुरंत एक्शन लेने की सोच की प्रशंसा कर रहे हैं। वहीं, कुछ यूजर्स ने होश में आए व्यक्ति को सीपीआर देने के एक्शन पर सवाल खड़े कर रहे हैं।उल्लेखनीय है कि चिकित्सा विशेषज्ञ अमूमन उन लोगों को सीपीआर देने की बात कहते हैं, जो कोई प्रतिक्रिया नहीं देते हैं। विशेषकर जिनकी सांस रुक गई है, उनको तुरंत सीपीआर की जरूरत होती है। कुछ लोगों ने रेलवे के इस वीडियो पर चिंता व्यक्त की है। इस वीडियो को उन्होंने भ्रामक बताया है। कुछ यूजर्स ने रेलवे से इस वीडियो क्लिप को सोशल मीडिया से हटाने का आग्रह किया है।यह भी पढ़ें: आखिर क्यों लगातार कमजोर हो रही कांग्रेस? झारखंड-महाराष्ट्र के नतीजों के बाद उठने लगे कई सवाल