द्रौपदी मुर्मू का जन्म 20 जून 1958 को हुआ। वह ओडिशा की संथाल जनजाति से आती हैं।
द्रौपदी मुर्मू देश की पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति हैं और दूसरी महिला राष्ट्रपति।
द्रौपदी मुर्मू ओडिशा के राजरंगपुर जिले में पहली बार पार्षद चुनी गईं थी।
झारखंड की पहली महिला राज्यपाल थीं, जिनका कार्यकाल सबसे लम्बा रहा।
2007 में द्रौपदी मुर्मू को सर्वश्रेष्ठ विधायक होने के नाते नीलकंठ अवॉर्ड से सम्मानित किया जा चुका है।
द्रौपदी मुर्मू ने साल 2002 से 2009 तक ओडिशा के मयूरभंज के भाजपा जिलाध्यक्ष के रूप में भी कार्य किया है।
द्रौपदी मुर्मू का प्रशासनिक अनुभव भी विविधताओं से भरा हुआ रहा है। ओडिशा में मुर्मू ने ट्रांसपोर्ट और कॉमर्स मंत्रालय सहित कई मंत्रालयों की कमान संभाली थी।
द्रौपदी मुर्मू राजनीति में आने से पहले एक शिक्षक रहीं, उन्होंने बिना सैलरी लिए बच्चों को पढ़ाया।
द्रौपदी मुर्मू को आदिवासी उत्थान के लिए 20 वर्षों से अधिक समय तक काम करने का अनुभव है।
द्रौपदी मुर्मू ने 1997 में अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत की थी।