मुल्तानी मिट्टी एंटीसेप्टिक गुणों से भरी होती है, जो स्किन से जुड़ी एलर्जी को दूर करने में मददगार साबित होती है। इसके लिए मुल्तानी मिट्टी में पानी या गुलाब जल मिलाएं और पेस्ट बनाकर लगा लें।
अगर आपको कोई एलर्जी या इंफेक्शन है, तो बस दो चम्मच मुल्तानी मिट्टी को गुलाब जल के साथ मिलाएं और इसे एलर्जी वाली जगह पर लगा लें। आपको इसकी ठंडक से फौरन आराम मिलेगा।
इसे त्वचा या फिर स्कैल्प पर लगाने से ब्लड सर्क्यूलेशन में सुधार हो सकता है। शरीर का ब्लड सर्क्यूलेशन जब बेहतर होता है, तो इससे अनावश्यक डेड स्किन निकल जाती है।
मुल्तानी मिट्टी ठंडी होती है इसलिए त्वचा की सूजन पर इसे लगाने से आपको आराम पहुंच सकता है। साथ ही सूजन जल्द कम होगी और स्किन चमकेगी भी।
मुल्तानी मिट्टी में एंटीसेप्टिक गुण होते हैं, जो घाव का इलाज करने में कारगर साबित होते हैं। बस इसे चोट पर एक पेस्ट की तरह लगाएं, इससे आप कुछ ही देर में बेहतर महसूस करेंगे।
लगातार सूरज की किरणों के संपर्क में आने से पिग्मेंटेशन हो सकती है। इस समस्या के लिए आप मुल्तानी मिट्टी में नारियल पानी और चीनी को मिलाकर पेस्ट बना लें और इसे चेहर पर लगा लें। इससे काफी राहत मिलेगी।