व्यवसाय के लिए इस पौधे की खेती की जाती है, लेकिन इसमें टॉक्सिक एल्कालॉयड्स निकोटीन और अनाबासीन मौजूद होते हैं। जिन्हें कार्डियेक पॉइज़न कहा जाता है।
इस पौधे में जानलेवा कार्डियेक ग्लायकोसाइड्स मौजूद होते हैं। अगर इसे खा लिया जाए, तो इससे उल्टी, दस्त और यहां तक कि मौत भी हो सकती है।
यह पौधा ट्रोपिकल इलाकों में पाया जाता है। इसके बीज में एब्रिन पाया जाता है, जो एक घातक राइबोसोम अवरोधक प्रोटीन है।
इस पौधे के फूल में जानलेवा नशीला पदार्थ होता है, जिसे ट्रेमाटोल (trematol) कहा जाता है। इसके सेवन से खून के अजीब तरह की एसिडिटी, जीभ का गहरा लाल होना, कमज़ोरी आदि जैसे लक्षण दिखने लगते हैं।
इस पौधे की डंठल, पत्तियों, बेरीज़ और जड़ों में मौजूद ट्रोपाइन और स्कोपोलमाइन, शरीर और यहां तक कि दिल की अनैच्छिक मांसपेशियों में लकवे का कारण बन सकते हैं।
इसे उत्तरी अमेरिका का सबसे ख़तरनाक और ज़हरीला पौधा माना जाता है। इसमें जानलेवा cicutoxin होता है, खासतौर से जड़ों में।
इस पौधे का उपयोग केस्टर ऑयल यानी अरंडी का तेल बनाने के लिए भी किया जाता है, लेकिन इसमें रिसिन नाम का ज़हर होता है, जिसके सिर्फ दो बीज किसी भी बच्चे की जान लेने के लिए काफी हैं।