जब आप सोने से पहले इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का इस्तेमाल करते हैं, तो इससे मेलाटॉनिन के उत्पादन पर फर्क पड़ता है, जिससे नींद खराब होती है। इसलिए सोने से पहले किताब पढ़ें या दिमाग को रिलेक्स रखें।
दिन में कैफीन का सेवन देर से न करें, क्योंकि यह आपके शरीर में 8 घंटे तक रह सकती है। जिससे आपको रात में देर से नींद आएगी।
सोने से पहले हेवी मील्स खा लेने से बदहजमी और बेचैनी हो सकती है, जिससे आप ठीक से सो नहीं पाएंगे। इसलिए रोत में हल्का खाएं और उसके दो घंटे बाद लेटें।
आप जिस जगह पर सोते हैं उसका आपकी नींद पर काफी असर पड़ता है। अच्छी नींद के लिए कमरे में अंधेरा, शांति होनी चाहिए और वह ठंडा भी होना चाहिए।
आपकी बॉडी की एक साइकिल होती है, इसलिए नींद का भी समय तय करें। इससे आपको एक ही वक्त पर अपने आप नींद आ जाएगी। इसे साइकिल को वीकएंड पर भी बनाए रखें।
अगर आप शराब पिएंगे, तो इससे आपको जल्दी नींद आ जाएगी, लेकिन अगली दिन अच्छा महसूस नहीं होगा। इसलिए इसे आदत न बनाएं।
अनिद्रा और स्लीप एपनिया, नींद से जुड़ी दो बीमारियां हैं, जो आपकी सेहत पर बुरा असर डालती हैं। इसलिए अपने डॉक्टर से इस बारे में बात करें ताकि नींद में सुधार लाया जा सके।
सेहतमंद और खुशहाल जिंदगी के लिए जरूरी है कि हम अपनी नींद पर काम करें और उसे नजरअंदाज करने की गलती न करें।