लेवेंडर ऑयल को सूंघने से माइग्रेन के दर्द में आराम मिल सकता है। लेवेंडर ऑयल को सीधे या फिर किसी और तेल में मिलाकर सूंघ सकते हैं। साथ ही इसे माथे पर हल्का सा लगाया भी जा सकता है।
पेपरमिंट ऑयल में पाया जाने वाला रासायनिक मेन्थॉल माइग्रेन के एपिसोड को रोकने में मदद कर सकता है, हालांकि इस विषय पर शोध कम हुआ है।
मतली, माइग्रेन जैसी कई स्थितियों के कारण आ सकती है, जिसमें अदरक आराम देने के लिए जाना जाता है। साथ ही अदरक माइग्रेन अटैक में भी लाभ पहुंचा सकता है।
योग में सांस लेने की तकनीक, ध्यान और पॉश्चर पर फोकस रहता है, जिससे सेहत को बढ़ावा मिलता है। साल 2015 में हुए एक शोध में पाया गया कि योग से माइग्रेन अटैक की अवधि और तीव्रता कम होती है।
मैग्नीशियम की कमी सिर दर्द और माइग्रेन की समस्या से जुड़ी है। इसलिए डाइट में बादाम, सेसमी सीड्स, सूरजमुखी के बीज, ब्राज़ील नट्स, काजू, पीनट बटर, ओटमील, अंडे और दूध को शामिल करें।
माइग्रेन से पीड़ित लगभग 80 प्रतिशत लोगों में तनाव ट्रिगर का कारण बनता है। अगर आप तनाव को मैनेज कर पाते हैं, तो इससे माइग्रेन अटैक भी कम हो जाएंगे।
अमेरिकन माइग्रेन फाउंडेशन के अनुसार, माइग्रेन से पीड़ित लगभग एक तिहाई लोगों में डिहाइड्रेशन माइग्रेन के ट्रिगर के रूप में देखा जाता है। डिहाइड्रेशन से बचने के लिए दिनभर पानी खूब पिएं।
नींद और माइग्रेन के बीच का कनेक्शन अभी तक साफ नहीं है। हालांकि, साल 2016 में हुई एक रिसर्च में बार-बार माइग्रेन अटैक और खराब नींद के बीच संबंध पाया गया।