इस दिन भगवान विष्णु की पूजा की जाती है। इससे भक्तों को विशेष फल प्राप्त होते हैं। भक्त इस दिन व्रत का पालन करते हैं।
भाद्रपद मास की एकादशी तिथि को यह व्रत रखा जाएगा। ऐसी मान्यता है कि इस दिन विधि-विधान से पूजा करने पर सभी पापों से मुक्ति मिलती है।
इस महीने की 10 तारीख को रविवार के दिन व्रत रखा जाएगा। व्रत का पालन करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है।
इसका शुभ मुहूर्त 9 सितंबर को शाम 7 बजकर 17 मिनट से अगले दिन 10 सितंबर को रात 9 बजकर 28 मिनट तक रहेगा।
व्रत रखने वाले लोगों को दशमी तिथि से लहसुन, प्याज, मसूर की दाल का सेवन नहीं करना चाहिए।
इस दिन तन के साथ-साथ मन को भी साफ रखें। मन में कोई भी नकारात्मक विचार न लाएं और क्रोध पर काबू रखें।
इस दिन घर में भगवान का भजन, कीर्तन व मंत्रों का जाप करें।
इस दिन तुलसी की पत्ती को नहीं तोड़ना चाहिए और स्पर्श से भी बचना चाहिए। ऐसा करने से विष्णु जी गुस्सा होते हैं। इस दिन तुलसी के पेड़ के समीप एक दीपक जलाकर रखें।
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