यह मंदिर दुनिया के सबसे बड़े मंदिरों में गिना जाता है। इसके लिए इसका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में भी दर्ज हैं।
जी 20 समिट के दौरान भारत आए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक बीते दिन अपनी पत्नी के साथ इस मंदिर के दर्शन करने पहुंचे थे।
ऐसे में हम आपको इस मंदिर से जुड़ी कुछ खास बातें बताएंगे। इसे स्वामीनारायण मंदिर के नाम से भी जाना जाता है।
मंदिर का उद्घाटन 6 नवंबर 2005 को हुआ था और 8 नवंबर से इसे सभी के दर्शन के लिए खोल दिया गया।
यह मंदिर 5 साल में बनकर तैयार हुआ, इसे 11,000 कारीगरों ने बनाने में सहयोग दिया। इस मंदिर में 234 नक्काशीदार पिलर्स, 9 गुंबद और ऋषि-मुनियों, देवी-देवताओं की 20 हजार मूर्तियां हैं।
यह मंदिर अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है, इसकी वास्तुकला बहुत ही शानदार है। इस मंदिर में 10,000 साल पुरानी भारतीय संस्कृति और आध्यात्मिकता के दर्शन होते हैं।
मंदिर सुबह 9 बजकर 30 मिनट से रात 8 बजे तक खुला रहता है। इस बीच यहां पर दर्शन कर सकते हैं। मंदिर में प्रवेश के लिए किसी भी तरह का कोई शुल्क नहीं है।
यहां पर हर शाम वॉटर शो का आयोजन किया जाता है, जो सूर्यास्त के बाद शुरू होता है। यहां वीकेंड या छुट्टियों के दौरान एक से अधिक शो संचालित होते हैं। इस शो के लिए टिकट लेने पड़ते हैं।
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