यह आयरन से भरपूर होता है। यही वजह है कि पीरियड्स के समय महिलाओं को इसके सेवन से भारी रक्तस्राव, सफेद स्राव और यहां तक कि मासिक धर्म में ऐंठन में भी आराम मिलता है।
यह पाचन में मददगार साबित होता है और कब्ज़ से छुटकारा दिलाता है। यही वजह है कि इसका इस्तेमाल पान में किया जाता है और खाने के बाद इसे खाया जाता है।
यह सीने में जलन और एसीडिटी का भी इलाज करता है। क्योंकि यह सही पाचन में मदद करता है, जिससे व्यक्ति की सभी पाचन संबंधी परेशानियां दूर हो जाती हैं।
शरीर की बदबू को कम करता है। कई एक्सपर्ट्स का मानना है कि गुलकंद की ठंडी तासीर का असर शरीर से निकलने वाले पसीने पर भी पड़ता है।
यह एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है, जो शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालने में मदद करता है।
यह मुंह में होने वाले छालों को दूर करता है, जो आमतौर पर उन लोगों को होते हैं, जिनके शरीर में ज़्यादा गर्मी होती है।