सोने में मौजूद एंटी इंफ्लेमेटरी गुण बॉडी पेन और सूजन को कम करने का काम करते हैं और साथ ही टेम्प्रेचर नॉर्मल रखता है।
प्योर सोना बॉडी के टेंप्रेचर को तो कंट्रोल करता ही है साथ ही यह भी कहा जाता है कि मेनोपॉज वाली अवस्था में जा रही महिलाएं को भी गोल्ड ज्वैलरी पहनने से बहुत फायदा मिल सकता है।
गोल्ड का यूज घावों का इलाज में भी किया जाता है। आयुर्वेद के अनुसार, सोना घाव पर लगाने से इंफेक्शन रूकता है और जल्दी ठीक भी होता है। इसे भस्म के फॉर्म में ले सकते हैं।
सोने का इस्तेमाल स्किन से रिलेटेड प्रॉब्लम्स जैसे- खुजली, फंगल इंफेक्शन, लाल चकत्ते, घाव, जलन आदि से निपटने में भी किया जा सकता है।
आयुर्वेद के अनुसार सोना हमारी बॉडी की इम्युनिटी भी बूस्ट करता है। प्योर गोल्ड की ज्वैलरी पहनने से इम्यून सिस्टम स्ट्रॉन्ग बनता है जिससे कई तरह के इंफेक्शंस होने की संभावनाएं कम हो जाती हैं।
गोल्ड गठिया के लक्षणों को कम करने में भी मदद कर सकता है। पारंपरिक चिकित्सा विशेषज्ञों का दावा है कि 24 कैरेट सोना गठिया से जुड़े लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है।
रिंग से लेकर नेकलेस, ईयररिंग्स, नोजपिन और यहां तक कि चूड़ियां ये सभी हमारी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती है।