दुनिया की सबसे लंबी यात्रा पर निकलने वाले रिवर क्रूज एमवी गंगा विलास को आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
यह क्रूज 52 दिन में करीब 3200 किमी की दूरी तय कर डिब्रूगढ़ पहुंचेगा, जिसमें कि 36 पर्यटक एक साथ यात्रा कर सकते हैं।
यात्रा के दौरान जलयान में भारतीय व्यंजन विदेशी सैलानियों को परोसा जाएगा, जिसमें जलेबी, लिट्टी चोखा, इडली, सांभर इत्यादि शामिल होगा।
जलयान पूरी तरह भारतीय राज्य से साज-सज्जा संयुक्त है, जिसमें शयनयान, किचन, जिम, रेस्टोरेंट, सैलून, गीत संगीत, चिकित्सा, ओपन स्पेस सहित सभी तरह की आधुनिक सुविधाएं हैं।
इस जलयान का किराया भारत में 25 हजार रुपये और बांग्लादेश में 50 हजार रुपये प्रति दिन है।
स्क्रूज यात्रा का रूट वाराणसी और गाजीपुर होते हुए बक्सर से पटना, मुंगेर और भागलपुर की सुल्तानपुर, बंगाल से बांग्लादेश होते हुए डिब्रूगढ़ तक होगा।
जलयान में पानी के लिए आरओ और एसटीपी प्लांट लगा है, ताकि दूषित पानी गंगा में न जाए।