कुछ महिलाओं को सूजन का अनुभव होता है, जबकि अन्य ऐंठन के कारण होने वाले दर्द से पीड़ित होती हैं।
हर महिला का अनुभव अलग होता है, पीरियड्स के दौरान कुछ मुद्दे आम होते हैं जिनका सामना ज्यादातर महिलाएं करती हैं।
पीरियड्स के दौरान ऐंठन को कम करने के लिए बहुत अधिक चाय या कॉफी का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे से तनाव, ब्लड प्रेशर और हृदय गति बढ़ने के अलावा दिन भर थकान महसूस हो सकती है।
इन दिनों में भारी रक्तस्राव आपको कमजोर महसूस करा सकता है। उपवास से बचें, खासकर इस दौरान। अपने शरीर को विटामिन, खनिज और कैल्शियम सहित संपूर्ण पोषण दें।
पीरियड्स के दौरान दर्द रिसेप्टर्स बढ़ जाते हैं और त्वचा अधिक संवेदनशील हो जाती है। नतीजतन, वैक्सिंग सेशन दर्दनाक हो सकता है। वैक्सिंग के दौरान त्वचा में खिंचाव होने से दर्द हो सकता है।
कई महिलाएं पूरे दिन में केवल एक पैड का इस्तेमाल करती हैं, जिससे टॉक्सिक शॉक सिंड्रोम का खतरा बढ़ जाता है। साथ ही योनि में खुजली और बैक्टीरिया बढ़ सकते हैं। दिन में तीन बार पैड बदलें। हर छह घंटे में पै
अत्यधिक डेयरी उत्पाद के सेवन से वॉटर रिटेंशन हो सकता है और एसिडिटी की समस्या का खतरा बढ़ सकता है। पीरियड्स के दौरान कम फैट वाले दूध का सेवन करें, जिससे ऐंठन का खतरा नहीं बढ़ता है।
पीरियड्स के दौरान कई बार कुछ मुश्किलें बढ़ सकती हैं। रक्तस्राव के दौरान अंतरंगता यौन संचारित संक्रमणों के जोखिम को बढ़ा सकती है क्योंकि ये संक्रमण रक्त में पाए जाते हैं।
लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।