प्रत्येक वर्ष माघ मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि के दिन इस पर्व को बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इस वर्ष यह पर्व 26 जनवरी 2023, गुरुवार के दिन मनाया जाएगा।
हिंदू पंचांग के अनुसार बसंत पंचमी अर्थात 26 जनवरी 2023 के दिन सुबह 7:12 बजे से दोपहर 12:34 बजे तक मां सरस्वती की पूजा के लिए उत्तम समय है।
बसंत पंचमी के दिन चार शुभ योग- शिव योग, सिद्ध योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग का निर्माण हो रहा है। पंचांग के अनुसार शिव योग 26 जनवरी को सुबह 3:10 से दोपहर 3:29 तक रहेगा।
सिद्ध योग का निर्माण शिवयोग के समाप्ति के बाद ही हो जाएगा और यह पूर्ण रात्रि रहेगा। सर्वार्थ सिद्धि योग और रवि योग शाम 6:57 बजे से अगले दिन सुबह 7:12 तक रहेगा।
शास्त्रों में बताया गया है कि बसंत पंचमी के दिन भक्तों को ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान-ध्यान करना चाहिए। साथ ही पूजा के लिए साफ पीले अथवा सफेद रंग का वस्त्र धारण करना चाहिए।
इसके उपरांत पूजा-स्थान पर माता सरस्वती की मूर्ति स्थापित करें और फिर गंगाजल से स्थान को शुद्ध करें। इन सबके साथ माता को पीले रंग की चुनरी जरूर अर्पित करें।
पूजा के समय माता को अक्षत, श्वेत चंदन, पीले रंग की रोली, पीला गुलाल और पुष्प, धूप, दीप, गंध अर्पित करें। साथ ही पीले रंग के मिठाई का भोग चढ़ाएं।