हिंदू धर्म में जाप करने का विशेष महत्व होता है। इससे देवी-देवता को प्रसन्न किया जा सकता है। आइए जानते हैं कि महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से क्या लाभ होता है?
शिव जी को प्रसन्न करने से लिए कई मंत्र हैं। वहीं, रोजाना महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से शिव जी प्रसन्न होने लगते हैं।
धार्मिक ग्रन्थों के अनुसार, एक बार मृकण्डु के ऋषि ने पुत्र की प्राप्ति के लिए शिव जी तपस्या करना शुरू कर दिए। शिव जी प्रसन्न होकर पुत्र प्राप्ति का आशीर्वाद दे दिए।
ऋषि को पुत्र की प्राप्ति हुई, लेकिन उनकी उम्र 16 साल की ही थी। मृकण्डु ऋषि ने अपने पुत्र का नाम मार्कण्डेय रखा दिया।
जब मार्कण्डेय को अल्पायु की जानकारी मिली तो वह महामृत्युंजय मंत्र की रचना करके वह शिव जी मंदिर में बैठकर अखंड जाप करने लगे।
मार्कण्डेय की आयु पूरी होने पर यमराज प्राण लेने के लिए आए। इस दौरान मार्कण्डेय शिवलिंग से लिपट गए। इसके बाद शिव जी प्रकट होकर मार्कण्डेय के प्राणों की रक्षा की।
महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से उम्र लंबी होने लगती है। इसके अलावा अकाल मृत्यु से भी छुटकारा मिलता है।
महामृत्युंजय मंत्र का जाप करने से शिव जी प्रसन्न होते हैं। इसके साथ ही संतान की प्राप्ति होती है और परिवार में धन-संपदा बनी रहती है।
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