गर्मियों में अक्सर लोगों को मुंह में छाले हो जाते हैं। इसके लिए प्रभावित जगह पर लौंग का तेल मलने या लौंग चबाने से दर्द और सूजन में राहत मिल सकती है। इसके अलावा लौंग के पानी का गरारा भी कर सकते हैं।
लौंग को डाइट में शामिल करने से स्किन ट्रीटमेंट में मदद मिल सकती है। इसमें एंटी-एजिंग गुण होते हैं, जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट है और एजिंग की समस्या से राहत दिला सकता है।
रोज सुबह खाली पेट लौंग का सेवन करना चाहिए, जिससे इसमें राहत मिलती है। वहीं खाने के बाद लौंग चबाने से एसिडिटी और सीने में जलन जैसी समस्याओं से भी राहत मिल सकती है।
मच्छर से बचने के लिए शरीर के खुले हिस्सों पर लौंग का तेल लगाएं। लौंग में पाए जाने वाले केमिकल कंपाउंड यूजेनॉल में एंटीसेप्टिक और एनेस्थेटिक गुण होते हैं। उपयोग करने से पहले डॉक्टर से परामर्श जरूर करें
अधिक मात्रा में लौंग के इस्तेमाल से आंखों में जलन जैसी समस्या हो सकती है। इसके अलावा गर्भवती, स्तनपान कराने वाली महिलाओं और लीवर की समस्या वाले लोगों को लौंग का सेवन नहीं करना चाहिए।
लौंग का ज्यादा सेवन आपके खून को पतला कर सकता है। इसके अलावा लौंग का तेल रक्तस्राव के मुद्दों का कारण बनता है। इसलिए इन समस्याओं से जूझ रहे व्यक्ति को लौंग के सेवन से बचना चाहिए।
लौंग रक्त शर्करा के स्तर को बहुत अधिक गिरा सकती है, खासकर अगर आप डायबिटीज का ट्रीटमेंट ले रहे हैं। इसलिए अगर आप दवाइयां ले रहे हैं, तो लौंग का सेवन करने से पहले डॉक्टर से चर्चा करें।
गर्मी के मौसम में अधिक मात्रा में लौंग का सेवन करने से बचना चाहिए। यह शरीर का तापमान बढ़ सकता है। इसलिए खासतौर पर गर्मियों में इसके सेवन पर ध्यान दें और इसकी मात्रा सीमित रखें।
लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।