आंवला के पेड़ की परिक्रमा करने से क्या होता है?


By Amrendra Kumar Yadav11, Apr 2024 04:56 PMjagran.com

पेड़-पौधों की पूजा

हिंदू धर्म में पेड़-पौधों का विशेष महत्व है, इनकी पूजा की जाती है। कई पौधों में देवी-देवताओं का वास माना जाता है। ऐसा ही एक पौधा है आंवले का।

श्रीहरि विष्णु का वास

ऐसा माना जाता है कि आंवले के पौधे में जगत के पालनहार श्रीहरि विष्णु का वास होता है, इसलिए यह पौधा बहुत ही पूजनीय माना जाता है।

दूर होती हैं सारी परेशानियां

आंवले के पेड़ की पूजा करने से जीवन की सारी परेशानियां दूर होती हैं और सभी कष्टों से छुटकारा मिलता है। वहीं आंवले के पौधे की परिक्रमा करने से सुख-समृद्धि आती है और सौभाग्य में वृद्धि होती है।

आंवले की पौधे की 11 बार परिक्रमा करें

आंवले की पूजा करने के बाद लाल धागे 11 बार परिक्रमा करनी चाहिए। ऐसा करने से जीवन के सभी कष्टों से छुटकारा मिलता है।

धन संबंधी परेशानियों से छुटकारा

आंवले के पौधे की परिक्रमा करने से धन संबंधी परेशानियां दूर होती हैं और आय के साधनों में विस्तार होता है। इसके साथ ही कर्ज से भी छुटकारा मिलता है।

घर में आती है सुख-शांति

आंवले की पूजा करने और परिक्रमा करने से घर में सुख-शांति आती है और परिवार के लोगों के बीच प्यार बढ़ता है।

माता लक्ष्मी होती हैं प्रसन्न

आंवले के पेड़ की पूजा करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और भक्तों को मनचाहे फलों की पूर्ति कराती हैं। इससे भक्तों के जीवन में सौभाग्य में वृद्धि होती है।

मान-सम्मान और ऐश्वर्य में वृद्धि

आंवले की परिक्रमा करने से भक्तों के मान-सम्मान में वृद्धि होती है और जीवन में खुशहाली आती है। इसके साथ ही ऐश्वर्य की प्राप्ति होती है।

आंवले के पौधे की परिक्रमा करने से ये लाभ मिलते हैं, धर्म और आध्यात्म से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें JAGRAN.COM

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