अक्सर लोगों की उम्र के साथ हड्डियां भी कमजोर होने लगती हैं। आइए जानते हैं कि 50 की उम्र में भी हड्डियों को मजबूत रखने के रसभरी का सेवन कैसे करना चाहिए?
इसे मकोय के नाम से भी जाना जाता है। यह गोल नारंगी रंग का फल स्वाद में खट्टा-मीठा होता है। इसकी पत्तियां भी हेल्थ के लिए फायदेमंद होती हैं।
इसमें एंटीऑक्सीडेंट गुण, विटामिन-सी, कैल्शियम, फास्फोरस और पॉलीफेनॉएल पाया जाता है। इसे खाने से सेहत को जबरदस्त फायदे होते हैं।
रसभरी में पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम और फास्फोरस पाया जाता है। इसमें पाया जाने वाला पेक्टिन कैल्शियम को अवशोषित करता है। इससे कमजोर हड्डियां मजबूत होने लगती हैं।
अगर आप गठिया या मांसपेशियों में दर्द का सामना कर रहे हैं तो रसभरी खाना शुरू कर दें। इससे सूजन कम होने लगती है और मांसपेशियों में होने वाला दर्द भी कम होने लगता है।
रसभरी में विटामिन-ए, विटामिन-सी और आयरन पाया जाता है। इसे खाने से आंख की रोशनी बरकरार रहती है और मोतियाबिंद जैसी समस्या भी नहीं होती है।
रसभरी या मकोय में पर्याप्त मात्रा में फाइबर पाया जाता है। इसे खाने से कब्ज जैसी समस्या दूर होने लगती है। इसे खाने से पाचन तंत्र मजबूत होता है।
रसभरी में फैट और कैलोरी कम मात्रा में होती है। इसे खाने से वजन बढ़ने की समस्या नहीं रहती है। रसभरी को ब्रेकफास्ट या सलाद के रूप में भी खा सकते हैं।
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