कम कैलोरी का सेवन करने के साथ 12 से 14 घंटे फास्टिंग से वजन तो कम होता ही है, साथ ही ब्लड प्रेशर भी कम होता है। ब्लड शुगर का स्तर बेहतर होता है और दिमाग की सेहत में सुधार होता है।
फास्टिंग के दौरान पाचन तंत्र को आराम करने का मौका मिल जाता है, जिससे टॉक्सिन्स बेहतर तरीके से शरीर से बाहर निकल पाते हैं।
रोजा रखने से खराब हो चुके सेल्स अपने आप शरीर से बाहर निकल जाते हैं और पाचन हेल्दी के साथ आप अंदर से अच्छा महसूस करता है।
मेटाबॉलिक रेट बढ़ता है और इम्यून सिस्टम भी मजबूत होता है। रोजा रखने का फायदा तभी होगा अगर आप इफ्तारी में भी हेल्दी खाना खाएंगे। जरूरत से ज्यादा और तला-भुना खा लेने से आपको सिर्फ नुकसान ही पहुंचेगा।
खाने की आदत बदलने और फिर भक्ति में ध्यान लगाने से कई लोग मानते हैं कि उन्हें अंदर से बेहतर महसूस करते हैं और पहले से ज्यादा फोकस्ड हो जाते हैं।
ऐसा देखा गया है कि फास्ट रखने से क्योंकि पाचन तंत्र को काफी आराम मिलने के साथ रिकवर होने का मौका मिलता है, इसलिए उसकी सेहत में सुधार भी होता है।