प्रतिदिन की भागदौड़ भरी दिनचर्या में काम और घर परिवार से जुड़ी कई बातें आपको मानसिक रूप से थका देती है और तनाव का कारण बनती हैं।
अगर आप मानसिक तनाव के शिकार है तो आपको श्रीमद्भागवत के श्लोक पढ़ने चाहिए। इसमें जीवन से जुड़ी हर समस्या का समाधान है।
जब कभी भी आप अवसाद की भावना से घिर जाए तो श्रीमद भगवद के ये श्लोक जरुर पढ़े आपको हर सवाल का जवाब मिल जाएगा।
बीते कल और आने वाले कल की चिंता नहीं करनी चाहिए, क्योंकि जो होना है वही होगा। जो होता है, अच्छा ही होता है, इसलिए वर्तमान का आनंद लो।
अपने क्रोध पर काबू रखें। क्रोध से भ्रम पैदा होता है और भ्रम से बुद्धि विचलित होती है। इससे स्मृति का नाश होता है और इस प्रकार व्यक्ति का पतन होने लगता है।
अपने को भगवान के लिए अर्पित कर दो। फिर वो हमारी रक्षा करेगा और हम दुःख, भय, चिन्ता, शोक और बंधन से मुक्त हो जाएंगे।
हमें अपने देखने के नजरिए को शुद्ध करना होगा और ज्ञान व कर्म को एक रूप में देखना होगा, जिससे हमारा नजरिया बदल जाएगा।
हम जो भी कर्म करते हैं उसका फल हमें ही भोगना पड़ता है। इसलिए कर्म करने से पहले विचार कर लेना चाहिए।
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