ज्योतिष शास्त्र में ग्रह गोचर को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। बता दें कि 31 मार्च को बुध ग्रह मीन राशि से निकलकर मेष राशि में प्रवेश करेंगे।
हिन्दू पंचांग के अनुसार, 31 मार्च 2023, शुक्रवार दोपहर 01 बजकर 31 मिनट पर ग्रहों के राजकुमार 'बुध' मेष राशि में प्रवेश करेंगे।
वर्तमान समय में बुध मीन राशि में आसीन हैं। बुध अश्विनी नक्षत्र में गोचर करेंगे, जिसका प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा।
मेष राशि में पहले से ही शुक्र और पाप ग्रह राहु विराजमान है। ऐसे में इन तीन ग्रहों की युति का प्रभाव सभी राशियों पर सकरात्मक व नकारात्मक रूप से पड़ेगा।
बुध और शुक्र की युति से लक्ष्मीनारायण योग का निर्माण हो रहा है, वहीं दूसरी तरफ बुध और राहु एक-दूसरे के विरोधी ग्रह हैं। जिसके कारण कुछ राशियों को समस्याओं का सामना करना पड़ेगा।
आर्थिक समस्याएं और लेनदेन से जुड़ी समस्याएं उत्पन्न हो सकती है। कार्यक्षेत्र में सतर्क रहने की आवश्यकता, क्योंकि सहकर्मी के कारण समस्याएं उत्पन्न हो सकती है।
कन्या राशि के जातक किसी भी काम को जल्दबाजी में पूरा करने से बचें, इससे समस्या उत्पन्न हो सकती है। वहीं इस दौरान परिवार में वाद-विवाद की स्थिति भी उत्पन्न हो सकती है।
बुध गोचर के दौरान छोटे से काम में अधिक उर्जा व्यर्थ हो सकती है। वहीं कार्यक्षेत्र में भी मानसिक तनाव का सामना करना पड़ सकता है, जिसका प्रभाव आर्थिक क्षेत्र पर भी पड़ सकता।
बुध गोचर की अवधि में जातकों को कार्यक्षेत्र में सतर्क रहने की आवश्यकता है। साथ ही परिवार में थोड़ा अशांति का वातावरण पैदा हो सकता है।