हर साल चैत्र माह में शुक्ल पक्ष से लेकर नवमी तक चैत्र नवरात्रि मनाई जाती है। इस साल 22 मार्च से लेकर 30 मार्च तक चैत्र नवरात्रि है।
चैत्र नवरात्रि के नौ दिनों में मां दुर्गा के नौ सिद्ध स्वरूपों की उपासना का विधान है। माना जाता है की ऐसा करने से सभी दुख-दर्द दूर हो जाते हैं।
नवरात्रि के नौ दिनों में दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से साधक को अमोघ फल की प्राप्ति होती है। साथ ही सभी दुख और संकट दूर हो जाते हैं।
धार्मिक विद्वानों के अनुसार दुर्गा सप्तशती की उत्पत्ति 400 से लेकर 600 ईसा पूर्व के दौरान हुई थी।
दुर्गा सप्तशती में में कुल 13 अध्याय हैं। इनमें सबसे पहले कवच, अर्गला और कीलक का पाठ करना चाहिए। इसके पश्चात अन्य अध्याय का पाठ करना चाहिए।
रोजाना दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से जातक के जीवन में व्याप्त सभी परेशानियां दूर हो जाती हैं। इसके अलावा, जातक को काले जादू से भी मुक्ति मिलती है।
चैत्र नवरात्रि में दुर्गासप्तशती का पाठ करने से मां भगवती प्रसन्न होती हैं और घर में सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है और धन की प्राप्ति होती है।
दुर्गा सप्तशती का पाठ करने से शत्रुओं पर विजय श्री प्राप्त होती है। अगर आपको शत्रु का भय सता रहा है, तो दुर्गा सप्तशती का पाठ करें।