आचार्य चाणक्य मौर्य साम्राज्य के सबसे बुद्धिमान लोगों में से एक हैं। चाणक्य की नीतियों का पालन आज भी लोग जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए करते हैं।
चाणक्य नीति में आचार्य चाणक्य ने सफल जीवन के लिए संसार की असल दौलत के बारे में जिक्र किया है। जिसे प्राप्त करने के बाद आप बड़ी से बड़ी मुश्किल से बच सकते हैं।
चाणक्य नीति के अनुसार बड़ा से बड़ा बलवान ऐसे लोगों के सामने नतमस्तक हो जाते हैं, जानते हैं चाणक्य के अनुसार मनुष्य की असली दौलत क्या है।
आचार्य चाणक्य के अनुसार मनुष्य की सबसे अनमोल संपत्ति है ज्ञान, जो कि कठिन से कठिन समय में भी सफलता का मार्ग जरूर निकाल लेती है।
चाणक्य नीति के अनुसार, ज्ञानी व्यक्ति कुल समाज और देश का मान ऊंचा करता है। व्यक्ति की इस संपत्ति को कोई भी छीन नहीं सकता है।
बलवान और धनवान व्यक्ति भी बुद्धिमान लोगों की शरण में रहना चाहता है। इसलिए अधिक से अधिक ज्ञान का अर्जन जरूर करना चाहिए।
ज्ञानी व्यक्ति कभी भी अपना समय जाया नहीं करता है, वह अपना समय अच्छे कार्यों में लगाता है।
आचार्य चाणक्य के अनुसार, मूर्ख की पूछ-परख केवल उसके घर में होती है और मुखिया की केवल उसके गांव में।
किसी राज्य के राजा की पूछ-परख केवल उसके राज्य में होती है, जबकि ज्ञानी व्यक्ति की पूछ-परख पूरे संसार में होती है।