सनातन धर्म में गोवर्धन पूजा का विशेष महत्व होता है। इस दौरान भगवान कृष्ण की पूजा होती है। आइए जानते हैं कि गोवर्धन पूजा पर किन मंत्रों का जाप करना चाहिए?
पंचांग के अनुसार, इस बार गोवर्धन पूजा का त्योहार 02 नवंबर को मनाया जाएगा। इस दिन पूजा-पाठ करने से जीवन में आने वाली परेशानियां दूर होने लगती हैं।
पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 01 नवंबर को शाम 06 बजकर 16 मिनट से होगी। वहीं, इसका समापन 02 नवंबर को रात 08 बजकर 21 मिनट पर होगा।
गोवर्धन पूजा पर भगवान कृष्ण की आराधना करते समय मंत्र का जाप करना चाहिए। इससे करियर और धन से जुड़ी समस्याएं दूर होने लगती हैं।
इस दिन पूजा करते समय गोवर्धन धराधार गोकुल त्राणकारक, विष्णुबाहु कृतोच्छ्राय गवां कोटिप्रभो भव मंत्र का जाप करना चाहिए।
कृष्ण भगवान की पूजा करते समय श्री कृष्णाय वयं नुम: सच्चिदानंद रूपाय विश्वोत्पत्यादिहेतवे। तापत्रय विनाशाय श्रीकृष्णाय वयं नुम: मंत्र का जाप करना चाहिए।
गोवर्धन पूजा के दिन कृं कृष्णाय नमः मंत्र का जाप करना बेहद शुभ माना जाता है। इससे रुका हुआ धन वापस मिलता है और धन प्राप्ति के योग बनते हैं।
गोवर्धन पूजा के दिन इन मंत्रों का जप करने से व्यक्ति की आर्थिक स्थिति बेहतर होगी। इसके साथ ही, कार्य में सफलता के योग बनते हैं।
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