सनातन धर्म में दिवाली का विशेष महत्व होता है। इस दिन पूजा-पाठ करने से जीवन में खुशहाली आती है। आइए जानते हैं कि दिवाली पर किन मंत्रों का जाप करना चाहिए?
बीएचयू के विश्व पंचांग के समन्वयक प्रो. विनय कुमार पांडेय ने कहा कि पारंपरिक गणित से बने पंचांगों में तारीख को लेकर कोई भेद नहीं है। ऐसे में इस बार 31 अक्टूबर 2024 को दिवाली मनाई जाएगी।
पंचांग के अनुसार, कार्तिक माह की अमावस्या तिथि की शुरुआत 31 अक्टूबर को दोपहर 03 बजकर 52 मिनट पर होगी। वहीं, इसका समापन 01 नवंबर को शाम 06 बजकर 16 मिनट पर होगा।
जीवन में आने वाली परेशानियों को दूर करने के लिए मंत्र का जाप किया जाता है। इससे देवी-देवता भी प्रसन्न होते हैं। कई मंत्र ऐसे होते हैं, जिसका दिवाली के दिन जाप करना शुभ होता है।
दिवाली पर पूजा करते समय ऊँ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद् श्रीं ह्रीं श्रीं ऊँ महालक्ष्मयै नमः मंत्र का जाप करना चाहिए। इससे मां लक्ष्मी का आशीर्वाद मिलता है।
आर्थिक तंगी का सामना करने वाले लोगों को दिवाली पर ॐ श्रीं गं सौम्याय गणपतये वर वरद सर्वजनं में वशमानय स्वाहा मंत्र का जाप करना चाहिए। इससे धन वृद्धि के योग बनते हैं।
दिवाली पर ऊं श्रीं ल्कीं महालक्ष्मी महालक्ष्मी एह्येहि सर्व सौभाग्यं देहि मे स्वाहा मंत्र का जाप करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही, व्यक्ति के जीवन में खुशहाली आती है।
दिवाली पर पूजा करते समय इन मंत्रों का जाप करने से आर्थिक स्थिति मजबूत होने लगती है। इसके अलावा, धन से जुड़ी अन्य समस्याओं से भी छुटकारा मिलता है।
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