सनातन धर्म में गुप्त नवरात्रि का विशेष महत्व होता है। इस दौरान पूजा करने से मनोकामना पूरी होती है। आइए जानते हैं कि गुप्त नवरात्रि में किन मंत्रों का जाप करना चाहिए?
पंचांग के अनुसार, इस बार आषाढ़ गुप्त नवरात्र की शुरुआत 06 जुलाई 2024 से होगी। वहीं, इसका समापन 15 जुलाई को होगा।
अगर आप परेशानियों का सामना कर रहे हैं, तो गुप्त नवरात्रि में मंत्र का जाप करें। इससे सारी मनोकामनाएं पूरी होने लगती है।
अक्सर लोग अपनी मनोकामना की पूर्ति के लिए गुप्त नवरात्रि में व्रत रखते हैं। इस दौरान विधि-विधान से पूजा करते हैं।
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि में मां दुर्गा के मंत्र ॐ जयन्ती मंगला काली भद्रकाली कपालिनी। दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तुते का जाप करना चाहिए।
अगर आप परेशानी का सामना कर रहे हैं, तो गुप्त नवरात्रि में ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे मंत्र का जाप करें। इससे सारी परेशानियां दूर होने लगती है।
गुप्त नवरात्रि में मां काली को प्रसन्न करने के लिए क्रीं क्रीं क्रीं हूँ हूँ ह्रीं ह्रीं दक्षिणे कालिके क्रीं क्रीं क्रीं हूँ हूँ ह्रीं ह्रीं स्वाहा मंत्र का जाप करना चाहिए। इससे पापों का विनाश होता है।
गुप्त नवरात्रि के दौरान मांस-मदिरा और लहसुन-प्याज का सेवन करने से बचना चाहिए। इन चीजों का सेवन करने से माता रानी नाराज होने लगती हैं।
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