कार्तिक मास की पूर्णिमा का दिन बहुत पवित्र माना जाता है। इस दिन गंगा में स्नान करना बहुत शुभ माना जाता है। श्रद्धालु इस दिन गंगा में डुबकी लगाते हैं।
कार्तिक माह भगवान विष्णु और भगवान कृष्ण को समर्पित होता है। पूर्णिमा के दिन से इस माह का समापन होता है। ऐसे में इस दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व है।
गंगा स्नान का शुभ मुहूर्त 26 नवंबर को शाम 3 बजकर 53 मिनट से शुरू होकर 27 नवंबर को दोपहप 2 बजकर 45 मिनट तक रहेगा।
इस दिन भक्तगण दूर-दूर पवित्र स्थानों पर स्नान के लिए जाते हैं। इस दिन श्रद्धालु नासिक, कुरुक्षेत्र, बनारस, हरिद्वार, ऋषिकेश स्नान के लिए जाते हैं।
गंगा गंगेति यो ब्रूयात, योजनानाम् शतैरपि। मुच्यते सर्वपापेभ्यो, विष्णुलोके स गच्छति ॐ नमो गंगायै विश्वरुपिणी नारायणी नमो नम:।।
गंगा स्नान के दिन सुबह जल्दी उठकर गंगा स्नान के लिए जाएं, अगर गंगा स्नान के लिए नहीं जा पा रहे हैं तो नहाने के जल में गंगा जल अवश्य मिलाएं।
इस दिन सूर्य देव को अर्घ्य देना बहुत कल्याणकारी माना जाता है। नहाने के पश्चात सूर्यदेव को अर्घ्य दें और ‘ऊँ आदित्याय नमः’ का जाप करें।
वहीं शाम के समय स्नान करते समय चंद्रदेव को अर्घ्य दें और 'ॐ श्रां श्रीं श्रौं स: चन्द्रमसे नम:' का जाप करें।
आध्यात्म से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com