रावण को भगवान शिवजी के परम भक्त था। ऐसा माना जाता था कि रावण जैसा शिवभक्त आज तक पैदा नहीं हुआ है।
रावण राक्षस के होने के साथ महान पंडित भी था। रावण संहिता में तंत्र मंत्र के बारे लिखा गया है।
रावण ने कई ऐसे मंत्र बनाए है। जिनका जाप करने से व्यक्ति का भाग्य बदल जाता है। आइए इनके बारे में जानते हैं।
ऊँ सरस्वती ईश्वरी भगवती माता क्रां क्लीं, श्रीं श्रीं मम धनं देहि फट् स्वाहा मंत्र का जाप करने से जातकों की हर मनोकामना पूरी होती है।
ऊँ क्लीं ह्रीं ऐं ओं श्रीं महा यक्षिण्ये सर्वैश्वर्यप्रदात्र्यै नमः। इमिमन्त्रस्य च जप सहस्त्रस्य च सम्मितम्। कुर्यात् बिल्वसमारुढो मासमात्रमतन्द्रितः।।
इस मंत्र का एक महीने तक हर रोज 108 बार जाप करने से आर्थिक तंगी से निजात मिलती है।
आपकी आय में बार-बार बाधा आती रहती है तो संध्या के समय ओम सरस्वती ईश्वरी भगवती माता क्रां क्लीं, श्रीं श्रीं मम धनं देहि फट् स्वाहा मंत्र का जप करें।
'ओम ह्रीं श्रीं क्लीं महालक्ष्मी, महासरस्वती ममगृहे आगच्छ-आगच्छ ह्रीं नम:।' इस मंत्र का जप करने से धन प्राप्ति के मार्ग खुल जाते हैं।
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