लहसुन एक मल्टी-बेनेफिट फूड है, जिसमें सल्फर की मात्रा अधिक होती है। यह त्वचा के प्राकृतिक पिगमेंटेशन को हेल्दी बनाने के अलावा कोलेजन के निर्माण में योगदान देता है।
एवोकाडो में न केवल एंटीऑक्सिडेंट उच्च मात्रा में पाए जाते हैं, बल्कि विटामिन ई भी होता है, जो कोलेजन के टूटने को रोकने में मदद करता है।
हेज़लनट, बादाम, अखरोट, सोया, राई (रेपसीड) यहां तक कि अलसी के बीज में भी अच्छे फैट पाए जाते हैं। ये सभी शरीर को फ्री रैडिकल्स से लड़ने में मदद करते हैं।
क्लोरोफिल का सेवन करने से त्वचा में प्रोकोलेजन का स्तर बढ़ता है। शरीर में इस महत्वपूर्ण एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा को बढ़ाने के लिए केल, पालक और ब्रोकली जैसी हरी सब्जियों का सेवन जरूरी है।
संतरे, अंगूर और नींबू जैसे खट्टे फल विटामिन सी से भरपूर होते हैं, जो प्रोकोलेजन के उत्पादन में महत्वपूर्ण होते हैं। विटामिन सी शरीर में कोलेजन को बेहतर तरीके से अवशोषित करने में मदद करता है।
टमाटर विटामिन सी का एक और बड़ा स्रोत है, जो कोलेजन उत्पादन को बढ़ाता है। टमाटर में लाइकोपीन होता है, जो हाइड्रॉक्सी-कोबालामिन (विटामिन बी 12) में परिवर्तित हो जाता है।
कीवी भी विटामिन सी का एक अच्छा स्त्रोत माना जाता है। कीवी के सेवन से एंटी-एजिंग प्रोटीन के उत्पादन में काफी वृद्धि होती है। इसके अलावा इसमें विटामिन ए और ई होते हैं, जो त्वचा को जवां बनाए रखता है।
बेरीज लाइकोपीन से भरपूर होते हैं। लाइकोपीन एक एंटीऑक्सीडेंट है, जो कोलेजन के स्राव को बढ़ावा देता है। जितने ज्यादा बेरीज का सेवन करते हैं, आपकी त्वचा को जवां और चिकनी बनाए रखने में मदद मिलती है।
अंकुरित बीज, जिन्हें स्प्राउट्स के रूप में भी जाना जाता है उनमें बहुत सारा विटामिन सी होता है, जो कोलेजन फाइबर को बढ़ावा देता है।