अर्थराइटिस यानि गठिया रोग जोड़ों से जुड़ी एक बेहद खतरनाक स्थिति है। जिसमें आपके जोड़ों में बहुत दर्द रहता है, सूजन के साथ अकड़न की समस्या भी हो जाती है।
दुनियाभर में लाखों लोग इस समस्या से परेशान हैं। अर्थराइटिस का समय पर इलाज न कराया जाए तो यह शरीर के दूसरे अंगों को भी प्रभावित कर सकता है। अर्थराइटिस में खानपान और लाइफस्टाइल पर ध्यान देना जरूरी है।
अर्थराइटिस में बिल्कुल ही फिजिकल एक्टिविटी बंद न कर दें। हल्की-फुल्की एक्सरसाइज उल्टा दर्द से राहत दिलाने का ही काम करती है, जैसे- योगा।
अर्थराइटिस के मरीजों को अपनी डाइट से एल्कोहल, मीट, फैट, तला-भुना खाना जैसी चीज़ें पूरी तरह से आउट कर देना चाहिए। ऐसा न करने पर अर्थराइटिस आगे चलकर और ज्यादा गंभीर हो सकता है।
अर्थराइटिस के मरीजों को समय-समय पर अपना चेकअप करवाते रहना भी जरूरी है। इससे डॉक्टर जरूरी दवाएं देंगे और अगर किसी दवा को बंद करना है तो उसकी भी सलाद देंगे।
किसी भी एक जगह पर बहुत ज्यादा देर तक बैठे न रहें इससे भी अर्थराइटिस का दर्द बढ़ सकता है।
एक और गलती जो अर्थराइटिस के मरीज अक्सर करते हैं वो है दवाएं न लेना। इससे जोड़ों का दर्द व सूजन कम होने के बजाय बढ़ जाता है। तो ऐसा न करें। दवा किसी भी हाल में स्किप न करें।