क्रिकेट के मैदान पर दो अम्पायर के अलावा मैदान से बाहर दो और अम्पायर मौजूद रहता है, खेल का पूरा दारोमदार इन्हीं पर निर्भर होता है।
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन अम्पायरिंग के कई उदाहरण सामने आए हैं लेकिन खराब अम्पायरिंग के पल भी बहुत बार देखने को मिले।
मार्क बेंसन ने अपने अम्पायर करियर में सबसे खराब डिसीजन 2008 में सिडनी के मैदान पर दिया।
यह मैच ऑस्ट्रेलिया और भारत के बीच खेला गया था, जिसमें सौरव गांगुली बैटिंग कर रहे थे और रिकी पोंटिंग बॉलिंग करा रहे थे।
इस मैच में मार्क बेंसन ने सौरव गांगुली का कैच पकड़ने वाले रिकी पोंटिंग से पूछकर डिसीजन दिया गया, जो कि गलत साबित हुआ।
साल 2002 में सौरव गांगुली को वेस्टइंडीज के खिलाफ डी सिल्वा ने गलत आउट दिया था, साल 2011 के वर्ल्ड कप में भी उन्होंने कई गलत फैसले डिसीजन लिए, जिसके बाद उन्हें एलिट पैनल से हटा दिया गया।
क्रिकेट जगत में सबसे खराब अम्पायर स्टीव बकनर माने जाते हैं, जिनके गलत डिसीजन देने की लिस्ट काफी लंबी है।
सचिन तेंदुलकर के कुछ शतक ना बनने के पीछे भी स्टीव के डिसीजन ही रहे, जिन्होंने कई बार तेंदुलकर को गलत आउट दिया।