हम अक्सर बल्लेबाजों को शरीर के विभिन्न हिस्सों पर चोट लगने, हैमस्ट्रिंग, फ्रैक्चर और मांसपेशियों के फटने के बारे में जानते रहते हैं।
चोट लगना क्रिकेट जैसे खेल में एक सामान्य बात है लेकिन कुछ खिलाड़ी ऐसे भी रहे जो चोट के बावजूद मैदान पर खेलने के लिए उतरे।
आज हम आपको कुछ ऐसे ही बहादुर खिलाड़ियों के बारे में बताएंगे, जिनका नाम जानकर आप चौंक जाएंगे।
बांग्लादेश के खिलाफ दूसरे वनडे मैच में रोहित शर्मा फील्डिंग के दौरान रोहित का अंगूठा डिसलोकेट हो गया था। बावजूद इसके वे मैदान पर उतरे और 51 रन की विस्फोटक पारी खेली।
वेस्टइंडीज के खिलाफ 2002 का एंटीगा टेस्ट पूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंबले ने अपने घायल जबड़े पर पट्टी बांधकर गेंदबाजी की थी। इस दौरान उन्होंने लगातार 14 ओवर फेंके।
2003 में लाहौर टेस्ट मैच में शोएब अख्तर की तेज गति के खिलाफ बल्लेबाजी करते हुए गैरी कर्स्टन को बाउंसर लग गया था। जिसके चलते उनकी नाक टूट गई थी।
युवराज सिंह ने बल्लेबाजी करते हुए खून की उल्टी के बावजूद 2011 विश्व कप में भारत को उन्होंने जीत दिलाई।
2019 के वनडे वर्ल्ड कप के दौरान धोनी की उंगली में हेयरलाइन फ्रैक्चर हुआ था। बावजूद चोट के धोनी ने पूरा वर्ल्ड कप खेला था।
वर्ल्ड कप 2003 के दौरान सचिन तेंदुलकर गंभीर रूप से डायरिया से पीड़ित होने के बावजूद भी श्रीलंका के खिलाफ अगले मैच में मैदान में उतर गए थे।