सावन का पवित्र महीना भगवान शिव को समर्पित है। इस महीने में भगवान शिव की पूजा, अर्चना की जाती है।
देवादिदेव महादेव को प्रसन्न करने के लिए भक्तगण उनकी पूजा, आराधना करते हैं। शिव चालीसा का पाठ करते हैं।
इस महीने में इस मंत्र का जाप जरूर करना चाहिए। ऐसा करने से महादेव प्रसन्न होते हैं और शारीरिक लाभ मिलते हैं।
ऊं नमः शिवाय यह मंत्र ही पंचाक्षर मंत्र कहलाता है। ऐसी मान्यता है कि शिवजी ने ब्रह्माजी को यह मंत्र प्रदान किया था।
इस मंत्र का विशेष महत्व है। वेदों और पुराणों के अनुसार, भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए ऊं नमः शिवाय का जप कर ना चाहिए।
इस मंत्र का जाप करने से आत्म संतुष्टि मिलती है। रोज सुबह इसका जाप करना चाहिए।
इस मंत्र का जाप करने से शारीरिक लाभ भी मिलते हैं और इंद्रियां जागृत होती हैं।
घर के मंदिर की साफ-सफाई करने के बाद रूद्राक्ष की माला के साथ इसका जाप 108 बार करना चाहिए।
आध्यात्म से जुड़ी ऐसी ही अन्य खबरों के लिए पढ़ते रहें jagran.com