अस्थमा को ठीक नहीं किया जा सकता, लेकिन इसके लक्षणों को कंट्रोल जरूर किया जा सकता है। जिसमें योग है बेहद असरदार
दमा के मरीजों के लिए यह योग बहुत ही फायदेमंद होता है। इसे करने से सांस लेने और छोड़ने की प्रक्रिया में सुधार होता है।
पीठ दर्द की समस्या में भी धनुरासन बेहद फायदेमंद है। इसे करने से मांसपेशियों और नसों में अच्छी स्ट्रेचिंग होती है और रीढ़ की हड्डी भी मजबूत होती है।
धनुरासन ग्लूकागन और इंसुलिन की सही मात्रा के स्राव को उत्तेजित करता है, जो ब्लड शुगर को कंट्रोल करने में मदद करता है।
इस आसन को करने से पेट के सभी अंग सही तरीके से अपना काम कर पाते हैं। इससे लिवर की भी अच्छी मालिश हो जाती है, जिससे डाइजेशन सही रहता है।
धनुरासन के नियमित अभ्यास से पेट का फैट तो कम होता ही है साथ ही शरीर के बाकी हिस्सों की भी टोनिंग होती है। कमर, जांघों का फैट भी इससे कम किया जा सकता है।
हाई ब्लड प्रेशर, एपेंडिसाइटिस के साथ अगर पेट से जुड़ी किसी दूसरी समस्या से परेशान है तो इसे न करें। प्रेग्नेंसी में भी इस आसन को अवॉयड करें।