रिफाइन्ड अनाज के सेवन से बचें, जैसे मैदा। साबुत अनाज में फाइबर होता है, जो कोलेस्ट्रॉल को कम करने, दिल की बीमारी के ख़तरे को कम करने और पाचन को धीमा करता है ताकि ब्लड शुगर का स्तर एकदम से न बढ़े।
यह बीटा-ग्लूकेन से भरपूर होता है, जो ब्लड शुगर को मैनेज करने में मदद करता है और खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करता है।
ओट्स सॉल्यूबल फाइबर के साथ ही मैग्नीशियम और प्रोटीन से भी भरपूर होते हैं। यह दोनों ब्लड ग्लूकोज़ के मैनेजमेंट में अहम भूमिकाएं निभाते हैं, जो डायबिटीज़ के मरीज़ों के लिए अच्छा है।
राजगिरा यानी ऐमरैन्थ में दूसरे अनाज की तुलना में प्रोटीन ज़्यादा होता है। यह ग्लूटन-फ्री डाइट के लिए बेहतरीन चॉइस है। एंटीऑक्सीडेंट्स और एंटीइंफ्लेमेटरी गुणों से भी भरा होता है।
सरसों जैसा दिखने वाला रागी भी पोषण के मामले में बेहद आगे है। रागी बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करता है, इसलिए डायबिटीज़ के मरीज़ों के लिए बेहतरीन है। साथ ही इसे शिशुओं को भी खिला सकते हैं।
विटामिन-के1 से भरा ज्वार ब्लड क्लॉटिंग और हड्डियों की ग्रोथ में अहम भूमिका निभाता है। इसके बायोएक्टिव फेनोलिक कम्पाउंड बैड कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करते हैं।
फाइबर से भरपूर होने की वजह बाजरा कब्ज़ में राहत दिलाता है और साथ ही वज़न कम करने में मदद करता है। दूसरे अनाज की तुलना में बाजरे में आयरन की मात्रा भी अच्छी होती है।