डायबिटीज़ से जूझते वक्त एक चीज़ जिस पर लोग ध्यान नहीं देते हैं, वह है पैरों की देखभाल। पैरों को अनदेखा बिल्कुल न करें।
इसके आम लक्षणों में पैरों और पंजों में दर्द, जलन और चुभन शामिल है।
रक्त के प्रवाह में बाधा के कारण चोट ठीक नहीं होती और रक्त वाहिकाएं सिकुड़ने के साथ सख्त हो जाती हैं।
अंगूठे के निचले हिस्से पर छाले होना। चाहे इनमें दर्द हो या न हो, इस स्थिति में फौरन डॉक्टर को दिखाएं।
चोटों, छालों, सूजन और घाव के कारण पैर का आकार बदलना शुरू हो जाता है।
गैंग्रीन जो टिशू के सड़ने और मर जाने का कारण बनता है। इससे पैर कटवाने की नौबत भी आ सकती है।
पैरों के जिन हिस्सों पर दबाव ज़्यादा पड़ता है, वहां की त्वचा पर बदलाव दिखते हैं। जैसे- रूखापन, दरारें, एड़ी को नुकसान, पैर की उंगलियों की त्वचा, छिलना। इनका समय पर इलाज ज़रूरी है।