आज 6 अप्रैल गुरुवार को देशभर में हनुमान जन्मोत्सव का पर्व मनाया जा रहा है।
चैत्र के अलावा कार्तिक माह के कृष्णपक्ष की चतुर्दशी तिथि को हनुमान जन्मोत्सव होता है।
यह दिन हिंदुओं के लिए बेहद खास होता है, जिसे वो पूरे हर्षौउल्लास और धूमधाम के साथ मनाते हैं।
लेकिन क्या आप हनुमान जयंती और जन्मोत्सव के अंतर के बारे में जानते हैं?
जयंती का प्रयोग ऐसे व्यक्ति के लिए किया जाता है, जो संसार में जीवित नहीं है और उसका जन्मदिन हो।
भगवान हनुमान को कलयुग संसार का जीवित या जागृत देवता माना गया है। उन्हें अमर होने का वरदान प्राप्त है।
इसलिए हनुमान जी के जन्मदिन की तिथि को जयंती के बजाय जन्मोत्सव कहना उचित होगा।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार हनुमानजी को अष्ट चिरंजीवियों में एक माना गया है।
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