100 से अधिक देशों में है डिजिटल करेंसी की तैयारी


By Abhishek Pandey03, Nov 2022 07:26 PMjagran.com

सीबीडीसी की शुरुआत

भारतीय रिजर्व बैंक ने एक नवंबर से देश में प्रायोगिक तौर पर केंद्रीय बैंक डिजिटल करेंसी यानि सीबीडीसी की शुरुआत की।

9 बैंकों को मिली इजाजत

फिलहाल RBI ने 9 बैंकों को इसके सीमित प्रयोग की इजाजत दी है।

बड़े स्तर पर हो सकता है लागू

यदि RBI का यह प्रयोग सही रहा तो इसे बड़े स्तर पर लागू करने पर विचार किया जा सकता है।

अन्य देशों में सीबीडीसी पर कार्य

भारत ही नहीं, विश्व के लगभग आधे देशों में इस समय सीबीडीसी पर कार्य हो रहा है।

केंद्रीय बैंक डिजिटल करेंसी

किसी देश के केंद्रीय बैंक द्वारा जारी इलेक्ट्रानिक मुद्रा को ही सीबीडीसी कहते हैं। भौतिक मुद्रा के स्थान पर इसका प्रयोग किया जाता है।

केंद्रीय बैंक ही क्यों जारी करती है?

इन्हें केंद्रीय बैंक द्वारा इसलिए जारी किया जाता है क्योंकि किसी देश में मुद्रा की आपूर्ति, उसकी निगरानी और मौद्रिक नीति बनाने की जिम्मेदारी इन्हीं बैंक के पास होती है।

कितना सुरक्षित है यह करेंसी

बिटक्वाइन जैसी निजी डिजिटल करेंसी के मुकाबले इसे अधिक सुरक्षित माना जाता है क्योंकि सीबीडीसी देश द्वारा जारी करेंसी होती है।

डिजिटल करेंसी के लाभ

विश्व बैंक की रिपोर्ट कहती है कि विश्व में 1.7 अरब वयस्कों के पास बैंक अकाउंट नहीं हैं। इससे गरीबी उन्मूलन व उन्हें वित्तीय ढांचे में शामिल करने में परेशानी होती है। सीबीडीसी से इसमें सहायता मिलेगी।

डिजिटल करेंसी के नुकसान

डब्ल्यूईएफ के अनुसार डिजिटल चोरी और नेटवर्क फेल होने की स्थिति में सीबीडीसी एक व्यापक समस्या भी बन सकती है।

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