दिवाली के दिन भगवान गणेश के साथ देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है, जिसके बाद महिलाएं दीयों से काजल बनाती हैं।
दिवाली के दिन लोग तरह-तरह के उपाय से मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने की कोशिश करते हैं।
पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, दिवाली की रात में दीयों से बना हुआ काजल लगाने से घर परिवार में किसी को बुरी नजर नहीं लगती है।
दिवाली के दिन पटाखों से प्रदूषण ज्यादा होता है, ऐसे में सबसे ज्यादा असर आंखों पर पड़ता है, इसलिए केमिकल फ्री काजल लगाना शुभ होता है।
ऐसा माना जाता है कि यह परंपरा सदियों से चली आ रही है, दिवाली की रात को दीयों से काजल बनाकर लगाया जाता है।
कई लोग अपनी तिजोरी, घर के बाहर के द्वार पर भी काजल लगाते हैं, हिंदू मान्यताओं के अनुसार दिवाली की रात काजल लगाने से घर में सुख-समृद्धि के साथ-साथ शांति बनी रहती है।
घर पर काजल बनाने के लिए सरसों का तेल, लंबी रूई की बत्ती, दो बड़े दीये लें, पहले एक दीपक में बत्ती और सरसों का तेल डालकर जला दें, उसके बाद दूसरा दीपक इस प्रकार रखें कि वह जलती हुई लौ के ऊपर रहे।