, सूर्योदय से पहले उठना शुभ माना जाता है। इसके साथ ही स्नान आदि करने के साथ भगवान सूर्य को तांबे के लोटे से जल का अर्घ्य देना चाहिए।
सुबह उठते ही सबसे पहले भगवान का स्मरण करते हुए इस मंत्र को बोलते हुए अपनी हथेलियों को चेहरे में फेर लें। मंत्र- 'कराग्रे वसते लक्ष्मी: करमध्ये सरस्वती। करमूले स्थितो ब्रह्मा प्रभाते करदर्शनम्।।'
बेड से पैर नीचे रखने से पहले धरती को छूना चाहिए। क्योंकि धरती को मां समान माना जाता है जो हमारा भार उठाती हैं।
रोजाना सुबह पूजन के साथ तुलसी पूजा जरूर करना चाहिए। ऐसा करने से मां लक्ष्मी के साथ भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है। इसके साथ ही तुलसी के पौधे से थोड़ी सी मिट्टी लेकर माथे में तिलक के रूप में जरूर
रोजाना विधिवत तरीके से मां लक्ष्मी की पूजा करें। इसके साथ ही लक्ष्मी स्तोत्र और कनकधारा स्तोत्र का पाठ करें। ऐसा करने से महालक्ष्मी जल्द प्रसन्न होती है।
मान्यता है कि प्रतिदिन शिवलिंग में जलाभिषेक या फिर दूध से अभिषेक करना चाहिए। इससे जातक को अवश्य लाभ मिलता है।