विटामिन-डी हमारी सेहत के लिए सबसे जरूरी पोषक तत्वों में से एक है, जिसकी कमी की वजह से शरीर में कई समस्याएं घर बना सकती हैं।
विटामिन-डी शिशुओं के लिए और भी अधिक महत्वपूर्ण होता है क्योंकि इसकी कमी की वजह से, बच्चों के विकास में रुकावट आ सकती है।
बच्चों के लिए विटामिन-डी की कमी खतरनाक साबित हो सकती है। यह हड्डियों की मजबूती से लेकर इम्यून सिस्टम की मजबूती तक के लिए काफी फायदेमंद होता है।
ऐसे में आज हम आपको बताएंगे कि शिशुओं के लिए विटामिन-डी क्यों आवश्यक है। आइए इसके बारे में विस्तार से जानें।
विटामिन डी की कमी बच्चों में जन्म के समय काफी कम मात्रा में विटामिन-डी होता है, जो प्रेग्नेंसी के दौरान मां के जरिए बच्चे में आता है क्योंकि प्रेगनेंसी के दौरान मां में विटामिन-डी की कमी होती है।
हालांकि मां के दूध से, सप्लीमेंट्स और सन एक्सपोजर की मदद से विटामिन-डी के लेवल को बढ़ाया जा सकता है लेकिन ऐसा भी नहीं है कि केवल मां के दूध से विटामिन-डी भरपूर मात्रा में नहीं पाया जाता।
विटामिन-डी की कमी की वजह से बच्चों को रिकेट्स की समस्या हो जाती है, जिसमें हड्डियां कमजोर और टेढ़ी-मेढ़ी हो जाती हैं।
जिन बच्चों में विटामिन-डी की कमी होती है, वे आसानी से बीमार पड़ जाते हैं। इसलिए बच्चों को बीमारियों से बचाव के लिए विटामिन-डी की कमी से बचाव करना जरूरी होता है।
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