सनस्क्रीन न केवल धूप से बचाने में मदद करता है बल्कि हाइपरपिग्मेंटेशन के बाद त्वचा की रिकवरी को भी बढ़ावा देता है। ऐसे में 2-3 घंटे में सनस्क्रीन को दोहराना चाहिए।
त्वचा को ब्लीच करने से जलन हो सकती है, जिससे त्वचा पर रेडनेस की शिकायत हो सकती है। इसलिए बेहतर होगा कि आप अपनी शादी से पहले ऐसा करने से बचें।
शादी के दिन के करीब केमिकल पील न लगवाएं। शादी से कम से कम 2-3 हफ्ते पहले केमिकल पील करवाना चाहिए। इससे स्किन पर ड्राईनेस हो सकती है।
शादी से पहले अपने स्किनकेयर रूटीन में किसी भी तरह के नए प्रोडक्ट को शामिल न करें। क्योंकि आप नहीं जानते कि आपकी त्वचा इस पर कैसे रिएक्ट करेगी।
रेटिनॉल त्वचा को शुष्क कर सकते हैं। इसके अलावा ये रेडनेस भी पैदा कर सकते हैं और कुछ मामलों में त्वचा को छील भी सकता है।
फुल फेशियल करने का सबसे अच्छा समय शादी से करीब एक हफ्ते पहले का होता है। इससे फेशियल के बाद होने वाले किसी भी तरह के पिंपल्स से उबरने में समय मिल जाता है।
प्री-वेडिंग वीक के दौरान किसी भी प्रकार के चीनी के सेवन से बचना चाहिए क्योंकि इससे सूजन और हार्मोनल इंबैलेंस हो सकता है।
शादी से ठीक पहले इंजेक्शन लगाने से बचें क्योंकि इससे चोट के निशान बन सकते हैं। इसलिए शादी से कम से कम 10 दिन पहले से बचना चाहिए।
गर्मियों के दौरान स्किन ऑयली हो सकती है। अत्यधिक सेबम के चलते चेहरे पर पिंपल की समस्या हो सकती है। इसके लिए फोमिंग या जेल क्लीन्ज़र का उपयोग करें।
नमी के लिए त्वचा पर बहुत अधिक मॉइश्चराइजर का उपयोग करने से पोर्स बंद हो सकते हैं, जिससे मुंहासे, फुंसी और ब्लैकहेड्स की समस्या हो सकती है।