सेब के सिरके में एंटी इंफ्लेमेट्री और एसिटिक एसिड पाया जाता है, जो जोड़ों के दर्द व घुटने की सूजन को कम करने का काम करता है।
हल्दी में करक्यूमिन नामक तत्व पाए जाते हैं जो एंटी- इंफ्लेमेट्री की तरह काम करने में मदद करते हैं और घुटनों की सूजन व जोड़ों के दर्द में राहत प्रदान करते हैं।
नींबू में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और विटामिन्स पाए जाते हैं जिसके कारण जोड़ों के दर्द में फायदा होता है और सूजन से राहत मिलती है।
अर्थराइटिस रूमेटाइड में लहसुन का सेवन करना लाभपद्र होता है। लहसुन में तांबा, सेलेनियम और कैल्शियम पाया जाता है जो शरीर में मौजूद बैक्टीरिया को नष्ट करने में मदद करता है।
अर्थराइटिस के कारण घुटने में दर्द की समस्या को दूर करने के लिए अदरक का सेवन करना लाभप्रद होता है। अदरक में औषधीय गुण होते हैं जो शरीर बनाए रखने में सहयोग करते हैं और दर्द से राहत दिलाते हैं।
खजूर को पानी में भिगोकर सेवन से करने से घुटनों की मांसपेशियां मजबूत बनती हैं और जोड़ों के दर्द में लाभ होता है।
अखरोट घुटनों को मजबूती प्रदान करता है। अखरोट के सेवन से शरीर में पोषक तत्वों की कमी पूर्ण होती है और बॉडी को एनर्जी मिलती है।
मेथी दाना ऐनलजेसिक एवं एंटी-इंफ्लामेट्री होता है। तो मेथी पाउडर को एक चम्मच सुबह-शाम खाने के बाद गर्म पानी से लें। इससे घुटनों के दर्द से राहत मिलेगी।
घुटनों के दर्द और सूजन को दूर करने में लौंग भी बेहद लाभकारी है। दर्द वाली जगह पर लौंग का पाउडर या लौंग के तेल में भीगा कॉटन रखने से फायदा मिलता है।