क्रिकेट के भाषा में समझें तो हर फीफा वर्ल्ड कप में दिया जाने वाला गोल्डन बूट का अवॉर्ड "प्लेयर ऑफ द सीरीज" की तरह है जो पूरे टूर्नामेंट के दौरान सबसे अच्छे खिलाड़ी को दी जाती है।
आधिकारिक रूप से इसकी शुरुआत 1982 में हुई थी और तब से हर साल यह वर्ल्ड कप में सर्वाधिक गोल करने वाले खिलाड़ी को दिया जाता है।
2006 तक इसे "गोल्डन शू" के नाम से जाना जाता था।
टूर्नामेंट में सबसे अधिक गोल करने वाले खिलाड़ी को गोल्डन बूट का अवॉर्ड दिया जाता है, जबकि दूसरे नंबर पर रहने वाले खिलाड़ी को सिल्वर, तीसरे नंबर वाले खिलाड़ी को ब्रोंज बूट के अवॉर्ड दिया जाता है।
पहले फीफा वर्ल्ड कप में यह अवॉर्ड अर्जेंटीना के खिलाड़ी Guillermo Stabile को दिया गया था। उन्होने 8 गोल दागे थे।
पिछले सीजन यानी 2018 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड के कप्तान हैरी केन ने यह अवॉर्ड जीता था। उन्होंने 6 गोल किए थे।
इस साल फीफा वर्ल्ड कप की शुरूआत 20 नवंबर से हो रही है, जिसकी मेजबनी कतर करेगा।