इस दुर्दशा के लिए यहां की सरकार और संयुक्त राष्ट्र संघ के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस (Antonio Guteres) दोनों ने ही जलवायु में आए अत्यधिक बदलाव को दोषी ठहराया है।
पाकिस्तान में अधिकारी इन दिनों बाढ़ के बढ़ते खतरे के बीच एक बिजली संयंत्र (Power Station) की सुरक्षा करने में जुटे हुए हैं।
स्थिति का जायजा लेने के बाद संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने एक रिपोर्ट जारी करते हुए कहा कि पाकिस्तान की प्राकृतिक आपदा ने देश में लगभग 35 लाख बच्चों की शिक्षा को बाधित कर दिया है।
पाकिस्तान में अकेले सिंध प्रांत में, 1.2 मिलियन हेक्टेयर कृषि भूमि को नुकसान पहुंचा है, जबकि बाढ़ के पानी से 15 लाख से अधिक घर नष्ट हो गए हैं।
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने यह घोषणा की है कि बाढ़ पीड़ितों के लिए वित्तीय सहायता अब आडिट महालेखाकार पाकिस्तान राजस्व (AGPR)और दुनिया की प्रतिष्ठित आडिट फर्मों द्वारा की जाएगी।
संघीय वित्त एवं राजस्व मंत्री मिफताफ इस्माइल ने कहा कि सरकार ने बाढ़ प्रभावित लोगों के राहत और पुनर्वास के लिए 70 अरब रुपये मुहैया कराए हैं।
सिंध प्रांत के सीएम का कहना है कि उनके प्रांत में बाढ़ से करीब 3.5 अरब रुपये का नुकसान हुआ है। हजारों जानवरों की भी इस बाढ़ में मौत हुई है। उनके मुताबिक कुछ इलाकों में पानी 10 फीट तक भरा हुआ है।