अंडे में पाया जाने वाला प्रोटीन शरीर की इम्यूनिटी से रिएक्ट कर सकता है। जिससे खुजली के साथ ही सांस लेने में तकलीफ, सूजन और अपच की समस्या भी हो सकती है।
कुछ लोगों में मूंगफली का प्रोटीन एंटीजेन के तौर पर काम करता है। जब इंसान मूंगफली या पीनट खाता है तो उसके मास्ट सेल्स जिसे बासोफिल्स भी कहते हैं खास तरह का उत्तेजक छोड़ता है। जिस वजह से खुजली होती है।
मसालेदार और जंक फूड्स के सेवन से भी बचना चाहिए क्योंकि इन्हें पचाने में शरीर को बहुत ज्यादा वक्त लगता है, जिसकी वजह से मेटाबॉलिज्म स्लो हो जाता है और तरह-तरह की समस्याएं देखने को मिलती हैं।
खुजली में तिल व इससे बनने वाली चीज़ों के सेवन से भी बचें। तिल के सेवन करने से रैशेज की समस्या भी बढ़ सकती है।
खट्टे फल व सब्जियां शरीर में पित्त दोष बढ़ाने का काम करते हैं। शरीर में पित्त बढ़ने से ब्लड में गदंगी जमा होने लगती है जिससे कई तरह की स्किन प्रॉब्लम्स का सामना करना पड़ सकता है।
स्किन प्रॉब्लम्स के मरीजों के लिए गुड़ का सेवन भी परेशानी पैदा कर सकता है ऐसा इसलिए क्योंकि गुड़ की तासीर गर्म होती है जिससे शरीर में गर्मी पैदा होती है। जो खुजली को बढ़ाने का काम करता है।