प्रोसेस्ड मीट जैसे बेकन और सॉसेज में सैचुरेटेड फैट की मात्रा काफी ज्यादा होती है। इसलिए कोशिश करें इसका सीमित मात्रा में ही सेवन किया जाए।
कई अध्ययनों में बताया गया है फ्राइड फूड आइटम्स, जैसे फ्रेंच फ्राइज़, तले हुए चिकन और तले हुए स्नैक्स के सेवन हृदय रोग के जोखिम को बढ़ा सकते हैं। ये ट्रांस फैट बनाते हैं और खराब कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है।
अब तक फैट को हृदय रोग का सबसे बड़ा कारण माना जाता था। लेकिन कुछ हालिया रिपोर्ट्स में यह खुलासा किया गया कि चीनी भी इसके लिए काफी हद तक जिम्मेदार है।
शरीर में ज्यादा चीनी का सबसे बड़ा स्रोत भोजन से नहीं, बल्कि पेय पदार्थों से है। जैसा कि बता गया है कि चीनी कई अन्य गंभीर जोखिमों के कारक हैं और यह सभी मिलकर हृदय पर नकारात्मक असर डालते हैं।
अधिकांश बेक किए हुए सामान में काफी अधिक मात्रा में चीनी होते हैं और संभवतः सैचुरेटेड फैट (जैसे मक्खन या वनस्पति तेल) से बने होते हैं। यह हृदय के साथ-साथ संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं।
मक्खन में भी सैचुरेटेड फैट पाए जाते हैं, जो हृदय संबंधी जोखिमों को बढ़ावा दे सकते हैं। इसलिए इसे एक निश्चित मात्रा में सेवन करने की सलाह दी जाती है।
प्रोसेस्ड और क्योर मीट के बाद, पिज्जा को दिल के लिए सबसे खतरनाक माना गया है। क्योंकि इसमें बेहद अधिक मात्रा में नमक शामिल है। साथ फैट बढ़ाने का भी यह एक बड़ा स्त्रोत है।
डाइट सोडा भले ही फैट फ्री और कैलोरी फ्री हो, लेकिन इसके भी अपने नुकसान हैं। लोगों को लगता है कि यह हेल्दी है। लेकिन ऐसा नहीं हैं। इससे मोटापे और मधुमेह का खतरा होता है और हृदय रोग को बढ़ावा देता है।
लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।