भगवान शिव की आराधना के लिए महाशिवरात्रि बहुत खास मानी गई है।
शिवरात्रि हर महीने के कृष्णपक्ष चतुर्दशी पर आती है लेकिन जो शिवरात्रि फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी को आती है उसे महाशिवरात्रि कहते हैं।
मान्यताओं के अनुसार, भगवान शिव और माता पार्वती का विवाह इस दिन हुआ था।
भगवान शिव की पूजा-अर्चना इस दिन भक्त करते हैं साथ ही वह व्रत भी रखते हैं।
व्रत के दौरान कई ऐसी चीजें होती हैं जिनको नहीं खाना चाहिए और सात्विक भोजन ही महाशिवरात्रि के दिन खाया जाता है।
अनाज का सेवन व्रत में नहीं करना चाहिए।
साधारण नमक का इस्तेमाल शिवरात्रि के व्रत के खाने में ना उपयोग करें।
प्याज से बनी चीजें भी इस व्रत में नहीं खानी चाहिए।
मदिरा पान का सेवन भी व्रत में ना करें।