रंग बदलने में माहिर कोरोना ने एक बार फिर दुनियाभर में पैर पसारना शुरू कर दिया हैं।
इस बीच भारत में भी केंद्र और राज्य सरकार ने कोरोना की रोकथाम के लिए कई बड़े कदम उठाए हैं, आइए जानते हैं इन फैसलों के बारे में।
कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए पीएम मोदी ने आपात बैठक कर अधिकारियों को कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने के निर्देश दिए हैं।
सरकार ने टेस्ट बढ़ाने और नए साल को देखते हुए कोरोना को लेकर नई एडवाइजरी तक जारी कर दी है।
केंद्र की नई कोरोना एडवाइजरी के मुताबिक, एयरपोर्ट पर विदेश से आने वाले 2 फीसदी लोगों का रैंडम कोरोना टेस्ट किया जाएगा।
केंद्र सरकार ने राज्यों को अलर्ट करते हुए टेस्टिंग बढ़ाने और कोरोना के नए मरीजों के सैंपल जीनोम टेस्टिंग के लिए भेजने को भी कहा है।
प्राइवेट अस्पतालों में 18 साल से अधिक उम्र के लोगों को नेजल वैक्सीन लगाने की इजाजत दे दी है।
केंद्र सरकार ने 27 दिसंबर को सभी अस्पतालों में कोरोना को लेकर मॉक ड्रिल कराने का निर्णय लिया है।
केंद्र के साथ राज्य सरकारों ने अभी से कोरोना को मात देने की तैयारी शुरू कर दी है, हाल ही में दिल्ली, महाराष्ट्र और कर्नाटक सरकार ने कोरोना के खिलाफ सुरक्षात्मक तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की।
महाराष्ट्र सरकार ने एक टास्क फोर्स गठित करने की बात भी कही है, यह फोर्स कोरोना के बढ़ते मामलों पर नजर रखने का काम करेगी।
यूपी के सरकारी अस्पतालों में अब मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है, वहीं पुलिस कर्मियों को वैक्सीन की दोनों खुराक लगाने के निर्देश दिए गए हैं।
पंजाब सरकार ने कोरोना को काबू में रखने के लिए टेस्ट बढ़ाने की बात कही है, इसको लेकर अस्पतालों में व्यवस्थाएं सुधारने के निर्देश भी जारी किए हैं।