सिखों के 10वें और अंतिम गुरु गोबिंद सिंह की जयंती को प्रकाश पर्व के रूप में भी जाना जाता है।
आज यह पर्व मनाया जा रहा है, सिखों के लिए यह दिन बहुत ही खास होता है।
यदि आप अपने भविष्य के बारे में सोचते हैं, तो वर्तमान को खो देंगे।
स्वार्थ की भावना ही बुरे कर्मों का साधन बनती है।
किसी को भी दिए गए वचन को याद रखें और उसका पालन करें।
अपनी जवानी, जाति और कुल धर्म को लेकर कभी भी घमंड नहीं करना चाहिए।
जब आप अपने भीतर के अंधकार को मिटा देंगे तभी वास्तविक शांति प्राप्त कर सकेंगे।