सामुद्रिक शास्त्र में हस्तरेखा के विषय में विस्तार से बताया गया है। इसमें बताया है कि व्यक्ति की हथेली में मौजूद रेखाओं ने उसके लिए क्या भाग्य लेकर निर्धारित किया है।
सामुद्रिक शास्त्र में कुछ ऐसी रेखाओं का भी वर्णन किया गया है, जिन्हें राजयोग का संकेत माना जाता है। आइए जानते हैं-
व्यक्ति की हथेली की शनि पर्वत पर त्रिशूल बन रहा है तो ऐसे व्यक्ति को हर क्षेत्र में मान-सम्मान की प्राप्ति होती है।
हथेली के मध्य में यदि पहाड़, हल या फिर तलवार का चिन्ह दिखाई दे रहा है तो ऐसे व्यक्ति पर माता लक्ष्मी की कृपा सदैव बनी रहती है।
जिस पुरुष के अंगूठे के मध्य में यव चिन्ह बना होता है, उसे भाग्यशाली माना जाता है और वह व्यक्ति अपने कुल का नाम रोशन करता है।
जिस व्यक्ति की हथेली में मंगल पर्वत ऊंचा होता है और मस्तिष्क रेखा सिर पर दो भागों में बांटा है और सबसे छोटी उंगली लंबी है। वैसे व्यक्ति को राजयोग की प्राप्ति होती है और सरकारी क्षेत्र में उच्च पद प्रा
जिस व्यक्ति की अनामिका उंगली के पास बढ़ती हुई रेखा यदि मस्तिष्क रेखा से मिलती है और मस्तिष्क रेखा शिखर से झुककर गुरु पर्वत पर आ रही है तो ऐसे व्यक्ति को सुख की प्राप्ति होती है।
सामुद्रिक शास्त्र में बताया गया है कि जिस व्यक्ति की हथेली पर गुरु और सूर्य पर्वत ऊंचा है, साथ ही भाग्य और बुध रेखा साफ और सीधी है तो यह सफलता और राजयोग का चिन्ह है।